अल्जाइमर रोगी (भूलने की बीमारी)

1.1 कौर व अन्य कुछ शोधार्थियों ने वर्ष 2016 में Alzheimer रोग की रोकथाम और उपचार में अग्निहोत्र के प्रभावों का पता लगाने हेतु शोध किया। यज्ञ में जड़ी-बूटियाँ की आहुति से उत्पन्न उच्च कोटि के महत्वपूर्ण तत्व सांस द्वारा पहले मस्तिष्क तक पहुँचते हैं, फिर फेफड़े और अन्य अंगों, शरीर के स्थूल और सूक्ष्म घटकों तक पहुँचते हैं। इस प्रकार मस्तिष्क रोगों और जटिलताओं पर इसका सीधा प्रभाव पड़ता है। शरीर यज्ञीय अग्नि की गर्मी को अवशोषित करता है और त्वचा-छिद्रों और श्वसन के माध्यम से उच्चीकृत जड़ी-बूटियों के धूम को अंदर किया। मस्तिष्क और तंत्रिकाओं तक पहुंचने पर एंटीऑक्सिडेंट का यह ऊंचा स्तर Headache, Migraine, Depression, Insomnia, Epilepsy, Schizophrenia और Alzheimer रोग जैसे मानसिक तनाव के प्रमुख कारण को समाप्त किया।
इस प्रकार, वर्तमान अध्ययन ने Alzheimer रोग की रोकथाम और उपचार में अग्निहोत्र की प्रभावशीलता के बारे में उत्साहजनक परिणाम दिखा

Kaur, et al., (2016)